Skip Navigation LinksHome > मंदिर प्रार्थना > भागवत / भगवद्गीता वर्ग प्रार्थना का अनुक्रम
भागवत / भगवद्गीता / आध्यात्मिक कथा / वर्ग के लिए प्रार्थना का अनुक्रम
  1. जय राधा माधव, कुन्ज बिहारी ॥ धृ ॥
    जय गोपी जन वल्लभ, गिरिवर धारी ॥
    यशोदा नंदन, ब्रज जन रंजन ।
    यमुना तीर, वन चारि ॥
    जय राधा माधव, कुन्ज बिहारी ॥ धृ ॥
  2. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
    ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
    ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
  3. नारायणं नमस्कृत्य नरं चैव नरोत्तमम् |
    देवीं सरस्वतीं व्यासं ततो जयमुदीरयेत् ||
  4. श‍ृण्वतां स्वकथा: कृष्ण: पुण्यश्रवणकीर्तन: ।
    हृद्यन्त:स्थो ह्यभद्राणि विधुनोति सुहृत्सताम् ॥
  5. नष्टप्रायेष्वभद्रेषु नित्यं भागवतसेवया ।
    भगवत्युत्तमश्लोके भक्तिर्भवति नैष्ठिकी ॥
  6. कृष्णाय वासुदेवाय देवकी नंदनाय च ।
    नंदगोपकुमाराय गोविंदाय नमो नमः ॥
  7. भागवत / भगवद्गीता / कथा वाचन का ग्रंथ - के श्लोक का वाचन - 3 बार - कथाकार वक्ता के पीछे श्रोता दोहराए
  8. शब्दश: भाषांतर वाचन
  9. भाषांतर एवं तात्पर्य श्री श्रीमद् कृष्णकृपाश्रीमूर्ती अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी महाराज श्रील प्रभुपाद के द्वारा
    (श्रीमद-भागवतम् १०.१३.६४ तक श्रील प्रभुपाद के द्वारा - इस श्लोक के पश्चात के श्लोक के लिए
    भाषांतर एवं तात्पर्य श्रील प्रभुपाद के वरिष्ठ शिष्योंद्वारा ऐसा कहें )

    श्रील प्रभुपाद की – जय!
  10. संपूर्ण श्लोक का भाषांतर वाचन
  11. तात्पर्य वाचन
  12. मंगलाचरण - संक्षिप्त - अथवा - विस्तृत
  13. कथा
  14. प्रश्न - उत्तर / टीका / टिप्पणी
  15. श्रीमद्भगवद्गीता / श्रीमद-भागवत महापुराण की – जय!
    अनंत कोटी वैष्णववृंद की जय !
    श्रील प्रभुपाद की – जय!


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